दिव्य सेवा के विविध रूप

By ISKCON BHAGAVATA MAHAVIDYALAYA

Certificate Course

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40 Min

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Language
Hindi

Eligibility

Anyone

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About the Teacher

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ISKCON BHAGAVATA MAHAVIDYALAYA

ISKCON Bhagavat Mahavidyalaya aims to provide a facility for its members to study, practice, and disseminate the teachings of Srimad Bhagavatam, along with the writings of the Gaudiya Vaisnava acaryas and the branches of Vedic philosophy, culture, music and science in the context of Srila Prabhupada’s teachings.

ISKCON Bhagavat Mahavidyalaya has been inspired by the service and efforts of His Grace Gopiparanadhana Prabhu and His Holiness Gaur Krishna Gosvami Maharaja. Their dedication toward the study and the dissemination of the teachings of Srimad Bhagavatam is the torchlight guiding us forward to serve this mission.

Course Overview

पाठ्यक्रम शीर्षक:

दिव्य सेवा के विविध रूप (अध्याय ११)

पाठ्यक्रम विवरण:

यह पाठ्यक्रम आध्यात्मिक ग्रंथ 'मक्तिरसामतसिन्धु' के अध्याय ११ पर आधारित है, जिसमें भगवान के विभिन्न रूपों का वर्णन किया गया है।

पाठ्यक्रम सामग्री:

साकार रूपों की महत्ता:

  • मूर्ति पूजा के महत्व और फायदे।
  • भगवतीय साकार रूपों की विविधता।

निराकार रूपों की प्रासंगिकता:

  • ध्यान और मेधावी भगवत्येवा के महत्व।
  • निराकार भगवत्येवा के साधनों की विशेषता।

गुणातीत रूपों का अध्ययन:

  • भगवतीय नाम की महिमा और महत्व।
  • गुणातीत भगवत्येवा के उपासना के तरीके।

स्वभाव रूपों की अवधारणा:

  • साधक की भक्ति में स्थिरता के लक्षण।
  • स्वभाव रूप भगवत्येवा के साधना का महत्व।

प्रेम रूपों का अध्ययन:

  • प्रेम रूप भगवत्येवा के अनुभव के महत्व।
  • प्रेम में अनुभवित आनंद की विशेषता।

लक्ष्य श्रोता:

  • भक्ति योग के प्राकृतिक प्रवक्ता और अनुयायियों के लिए।
  • भगवतीय रूपों की विभिन्नता और महत्व को समझने के लिए।
  • आध्यात्मिक उन्नति की ओर बढ़ते लोगों के लिए।

पाठ्यक्रम की आवश्यकता:

  • भक्ति योग के विभिन्न आयामों की समझ।
  • आत्मिक अनुभव की गहराई का अध्ययन।
  • आध्यात्मिक साधना में अग्रसर होने के लिए।

कोर्स से प्रतिभागियों को क्या मिलेगा?

  • भगवतीय रूपों की गहरी समझ।
  • आध्यात्मिक साधना में उन्नति का मार्गदर्शन।
  • आत्मिक अनुभवों के लिए साधना की प्रेरणा।

क्यों करना चाहिए यह कोर्स ?

  • भगवतीय रूपों की अध्ययन से आत्मिक अनुभवों में वृद्धि।
  • आध्यात्मिक साधना में प्रगति के लिए संसार के लोग।
  • भक्ति योग के अद्वितीय अनुभवों को प्राप्त करने के लिए।

इस पाठ्यक्रम के माध्यम से हम प्रतिभागियों को निम्नलिखित समस्याओं का समाधान करने में मदद कर रहे हैं ?

  • भगवत्येवा के रूपों की समझ: यह पाठ्यक्रम प्रतिभागियों को भगवत्येवा के विभिन्न रूपों की समझ कैसे करें, उनकी विशेषताओं और अर्थ को समझें।
  • ध्यान की वृद्धि: यह पाठ्यक्रम प्रतिभागियों को भगवत्येवा के नाना रूपों के साथ अपने सम्बंधों में ध्यान और अध्यात्मिक अनुभव में वृद्धि कैसे करें।
  • भक्ति के अनुभव की समझ: इस पाठ्यक्रम के माध्यम से प्रतिभागियों को भगवत्येवा के विभिन्न रूपों का अनुभव कैसे करें, उसे समझें और इसे अपने जीवन में कैसे लागू करें।
  • आध्यात्मिक संदेशों की समझ: यह पाठ्यक्रम प्रतिभागियों को आध्यात्मिक संदेशों को समझने में मदद करता है, जो भगवत्येवा के विभिन्न रूपों में प्रकट होते हैं।
  • साधना मार्ग की अनुगामी: इस पाठ्यक्रम के माध्यम से प्रतिभागियों को साधना मार्ग की समझ और अनुगामीता में सहायता की जाती है, जिससे वे अपने आध्यात्मिक सफर में आगे बढ़ सकें।

Course Content

Frequently Asked Questions

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