Course Duration
20 mins
20 mins
Videos
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No. Of Sessions
1
1
Sessions per week
At your own pace
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Language
Hindi
Eligibility
Anyone
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Schedule of Classes
Starts on
-
Anytime
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About the Teacher
ISKCON BHAGAVATA MAHAVIDYALAYA
About the Teacher
ISKCON Bhagavat Mahavidyalaya aims to provide a facility for its members to study, practice, and disseminate the teachings of Srimad Bhagavatam, along with the writings of the Gaudiya Vaisnava acaryas and the branches of Vedic philosophy, culture, music and science in the context of Srila Prabhupada’s teachings.
ISKCON Bhagavat Mahavidyalaya has been inspired by the service and efforts of His Grace Gopiparanadhana Prabhu and His Holiness Gaur Krishna Gosvami Maharaja. Their dedication toward the study and the dissemination of the teachings of Srimad Bhagavatam is the torchlight guiding us forward to serve this mission.
Course Overview
पाठ्यक्रम शीर्षक:
श्रवण तथा स्मरण ( Chapter 10)
पाठ्यक्रम विवरण:
यह पाठ्यक्रम श्रील रूप गोस्वामी द्वारा रचित 'भक्ति रसामृत सिंधु' के दसवें अध्याय पर आधारित है। इस अध्याय में वंदन (प्रार्थना) और स्मरण (भगवद स्मरण) की कला का विस्तार से वर्णन है। इस पाठ्यक्रम का उद्देश्य भक्ति साधकों को वंदन और स्मरण की विधियों और उनके आध्यात्मिक लाभों को समझाना है।
पाठ्यक्रम सामग्री:
वंदन (प्रार्थना) का महत्व:
- वंदन का परिचय और उसका महत्व।
- वंदन की विभिन्न विधियाँ और उनके लाभ।
प्रार्थना की विधियाँ:
- भगवद स्तुति और प्रार्थना के तरीके।
- प्रार्थना के समय और स्थान का महत्व।
स्मरण (स्मरण करना) का महत्व:
- स्मरण का परिचय और उसका महत्व।
- स्मरण की विधियाँ और उनके लाभ।
भगवद स्मरण की विधियाँ:
- ध्यान, जप और अन्य स्मरण विधियाँ।
- स्मरण के समय और स्थान का महत्व।
वंदन और स्मरण के लाभ:
- आत्मिक उन्नति और मन की शांति।
- भक्ति में स्थिरता और दृढ़ता।
प्रेरणादायक भक्तों के अनुभव:
- वंदन और स्मरण के महान भक्तों के अनुभव।
- इन अनुभवों से प्राप्त होने वाली प्रेरणा।
वंदन और स्मरण के दौरान सामान्य गलतियाँ:
- साधना के दौरान होने वाली सामान्य गलतियाँ।
- इन गलतियों से बचने के उपाय।
वंदन और स्मरण की निरंतरता:
- वंदन और स्मरण को नियमित रूप से करने के तरीके।
- निरंतरता बनाए रखने के उपाय।
लक्ष्य श्रोता:
- वे व्यक्ति जो भक्ति योग में गहरी रुचि रखते हैं।
- धार्मिक और आध्यात्मिक साधना में उन्नति के इच्छुक साधक।
- वंदन और स्मरण की विधियों को समझने और उनका अभ्यास करने के इच्छुक साधक।
पाठ्यक्रम की आवश्यकता:
- वंदन और स्मरण की गहरी समझ और उनके महत्व का ज्ञान।
- भक्ति साधना के सही अभ्यास और लाभों का ज्ञान।
- आत्मिक उन्नति के मार्ग में आवश्यक विधियों की जानकारी।
कोर्स से प्रतिभागियों को क्या मिलेगा?
- वंदन और स्मरण की विस्तृत जानकारी।
- प्रत्येक विधि की विधि, महत्व और लाभों का ज्ञान।
- भक्ति साधना के माध्यम से आत्मिक उन्नति की दिशा में मार्गदर्शन।
- वंदन और स्मरण के विभिन्न अनुभवों और उनके लाभों का ज्ञान।
क्यों करना चाहिए यह कोर्स?
- वंदन और स्मरण की विधियों को समझने और उनका अभ्यास करने के लिए।
- भक्ति साधना में सही दिशा और मार्गदर्शन प्राप्त करने के लिए।
- आत्मिक उन्नति और जीवन में शांति, संतोष और आनंद प्राप्त करने के लिए।
- वंदन और स्मरण के विभिन्न अनुभवों से प्रेरणा प्राप्त करने के लिए।
हम इस पाठ्यक्रम के माध्यम से प्रतिभागियों की कौन-कौन सी समस्याओं का समाधान कर रहे हैं?
- वंदन और स्मरण की सही विधियों की कमी।
- भक्ति साधना के सही अभ्यास और विधियों की जानकारी का अभाव।
- आत्मिक उन्नति की दिशा में मार्गदर्शन की आवश्यकता।
- वंदन और स्मरण की निरंतरता बनाए रखने में कठिनाई।