Course Duration
30Mins
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Videos
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No. Of Sessions
1
1
Sessions per week
At your own pace
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Language
Hindi
Eligibility
Anyone
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Schedule of Classes
Starts on
-
Always open
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About the Teacher
ISKCON BHAGAVATA MAHAVIDYALAYA
About the Teacher
ISKCON Bhagavat Mahavidyalaya aims to provide a facility for its members to study, practice, and disseminate the teachings of Srimad Bhagavatam, along with the writings of the Gaudiya Vaisnava acaryas and the branches of Vedic philosophy, culture, music and science in the context of Srila Prabhupada’s teachings.
ISKCON Bhagavat Mahavidyalaya has been inspired by the service and efforts of His Grace Gopiparanadhana Prabhu and His Holiness Gaur Krishna Gosvami Maharaja. Their dedication toward the study and the dissemination of the teachings of Srimad Bhagavatam is the torchlight guiding us forward to serve this mission.
Course Overview
- पाठ्यक्रम शीर्षक:
भक्ति की शुध्दता ( Chapter 5)
पाठ्यक्रम विवरण:
यह पाठ्यक्रम श्रील रूप गोस्वामी द्वारा रचित 'भक्ति रसामृत सिंधु' के पांचवें अध्याय पर आधारित है। इस अध्याय में भक्तियोग के शुद्ध स्वरूप और इसके महत्वपूर्ण सिद्धांतों का विस्तार से वर्णन किया गया है। यह पाठ्यक्रम भक्ति योग के शुद्ध स्वरूप की गहरी समझ प्रदान करता है और साधकों को आत्मिक उन्नति की दिशा में मार्गदर्शन करता है।
पाठ्यक्रम सामग्री:
शुद्ध भक्ति की परिभाषा और महत्व:
- शुद्ध भक्ति का अर्थ और उसकी परिभाषा।
- शुद्ध भक्ति का महत्व और इसकी विशेषताएँ।
भक्ति के नौ प्रकार:
- शुद्ध भक्ति के नौ प्रकार और उनका वर्णन।
- प्रत्येक भक्ति के प्रकार का अभ्यास और लाभ।
शुद्ध भक्ति के लक्षण:
- शुद्ध भक्ति के मुख्य लक्षण और गुण।
- शुद्ध भक्ति को पहचानने के उपाय।
भक्ति में शुद्धता का विकास:
- भक्ति में शुद्धता लाने के उपाय।
- साधना और अभ्यास के माध्यम से शुद्धता की प्राप्ति।
शुद्ध भक्ति के लाभ:
- शुद्ध भक्ति के द्वारा प्राप्त होने वाले लाभ।
- आत्मिक शांति, संतोष और आनंद की प्राप्ति।
प्रेरणादायक भक्तों के अनुभव:
- शुद्ध भक्ति के अनुभवों की कहानियाँ।
- महान भक्तों के जीवन से प्रेरणादायक प्रसंग।
लक्ष्य श्रोता:
- वे व्यक्ति जो भक्ति योग में गहरी रुचि रखते हैं।
- धार्मिक और आध्यात्मिक साधना में उन्नति के इच्छुक साधक।
- शुद्ध भक्ति के सिद्धांतों को समझने के इच्छुक साधक।
पाठ्यक्रम की आवश्यकता:
- शुद्ध भक्ति के महत्व और उसकी विशेषताओं की गहरी समझ।
- भक्ति के नौ प्रकारों का ज्ञान और उनका अभ्यास।
- भक्ति साधना में शुद्धता और दृढ़ता प्राप्त करने के उपाय।
कोर्स से प्रतिभागियों को क्या मिलेगा?
- शुद्ध भक्ति के सिद्धांतों और उसकी परिभाषा की व्यापक जानकारी।
- भक्ति के नौ प्रकारों का विस्तृत वर्णन और उनका अभ्यास।
- शुद्ध भक्ति के लक्षण और उसे प्राप्त करने के उपाय।
- शुद्ध भक्ति के लाभ और आत्मिक शांति की प्राप्ति।
क्यों करना चाहिए यह कोर्स?
- शुद्ध भक्ति के महत्व और उसकी विशेषताओं को समझने के लिए।
- भक्ति योग में उन्नति और शुद्धता प्राप्त करने के लिए।
- आत्मिक उन्नति और जीवन में शांति, संतोष और आनंद प्राप्त करने के लिए।
- प्रेरणादायक भक्तों के अनुभवों से सीखने और प्रेरणा प्राप्त करने के लिए।
हम इस पाठ्यक्रम के माध्यम से प्रतिभागियों की कौन-कौन सी समस्याओं का समाधान कर रहे हैं?
- भक्ति साधना में शुद्धता और दृढ़ता की कमी।
- शुद्ध भक्ति के सिद्धांतों और लक्षणों की समझ का अभाव।
- आत्मिक उन्नति की दिशा में मार्गदर्शन की आवश्यकता।
- भक्ति के नौ प्रकारों का ज्ञान और उनका अभ्यास।