Course Duration
76 Hours
76 Hours
Videos
2 Hours/ Session
2 Hours/ Session
No. Of Sessions
38
38
Sessions per week
2
2
Language
Hindi
Eligibility
Anyone
Anyone
Schedule of Classes
Starts on
-
3:30 PM - 4:30 PM IST
Mon, Tue
About the Teacher
ISKCON Bhagavata Mahavidyalaya
About the Teacher
ISKCON Bhagavat Mahavidyalaya aims to provide a facility for its members to study, practice, and disseminate the teachings of Srimad Bhagavatam, along with the writings of the Gaudiya Vaisnava acaryas and the branches of Vedic philosophy, culture, music and science in the context of Srila Prabhupada’s teachings. ISKCON Bhagavata Mahavidyalaya is located in Sri Govardhan dhama to systematically propagate the teachings of Śrīmad-Bhāgavatam and Caitanya-caritāmṛta to the society at large.
To accomplish the above mission, ISKCON Bhagavata Mahavidyalaya will facilitate philosophical training for adult residential and non-residential students through the traditional Vedic educational methods. ISKCON Bhagavat Mahavidyalaya has been inspired by the service and efforts of His Grace Gopiparanadhana Prabhu and His Holiness Gaur Krishna Gosvami Maharaja. Their dedication toward the study and the dissemination of the teachings of Srimad Bhagavatam is the torchlight guiding us forward to serve this mission.
Course Overview
कोर्स का शीर्षक
हमारे जीवन की 3 महत्वपूर्ण शिक्षाएँ
कोर्स विवरण:
इस कोर्स में हम तीन मुख्य शिक्षाओं पर चर्चा करेंगे: रानी कुंती की शिक्षाएँ, भगवान कपिल की शिक्षाएँ, और भगवान चैतन्य की शिक्षाएँ। ये शिक्षाएँ श्रील प्रभुपाद की पुस्तकों पर आधारित हैं।
कोर्स सामग्री:
- श्रील प्रभुपाद द्वारा लिखित 'रानी कुंती की शिक्षाएँ' पुस्तक
- श्रील प्रभुपाद द्वारा लिखित 'भगवान कपिल की शिक्षाएँ' पुस्तक
- श्रील प्रभुपाद द्वारा लिखित 'भगवान चैतन्य की शिक्षाएँ' पुस्तक
लक्षित दर्शक:
- हर आयु वर्ग के लोग जो आध्यात्मिक ज्ञान में रुचि रखते हैं।
- वे लोग जो जीवन की गूढ़ समस्याओं का समाधान खोज रहे हैं।
- विद्यार्थी और शिक्षार्थी जो वैदिक ज्ञान को गहराई से समझना चाहते हैं।
कोर्स की आवश्यकताएँ:
- नियमित रूप से क्लास में उपस्थित होना।
- दिए गए पाठ्यक्रम और सामग्रियों को पढ़ना और समझना।
- प्रश्न पूछने और चर्चा में भाग लेने के लिए तत्पर रहना।
छात्रों के लिए महत्वपूर्ण दिशानिर्देश:
- समय पर कक्षाओं में उपस्थित रहें।
- शिक्षकों के निर्देशों का पालन करें।
- सभी सहपाठियों के साथ आदरपूर्वक व्यवहार करें।
- नोट्स लें और नियमित रूप से पुनरावृत्ति करें।
छात्र इस कोर्स से क्या प्राप्त करेंगे?
- रानी कुंती, भगवान कपिल, और भगवान चैतन्य की शिक्षाओं की गहरी समझ।
- जीवन के विभिन्न पहलुओं में आध्यात्मिकता का समावेश।
- वैदिक साहित्य और उसके सिद्धांतों की व्यापक जानकारी।
- जीवन की समस्याओं को हल करने के लिए व्यावहारिक ज्ञान और उपकरण।
इस कोर्स में भाग क्यों लेना चाहिए?
- आध्यात्मिक ज्ञान को गहराई से समझने और आत्मसात करने का अवसर।
- वैदिक शिक्षाओं के माध्यम से जीवन की समस्याओं का समाधान।
- आध्यात्मिक उन्नति और व्यक्तिगत विकास के लिए दिशा-निर्देश।
हम पाठ्यक्रम के माध्यम से छात्रों की किन समस्याओं का समाधान कर रहे हैं?
- जीवन की अनिश्चितताओं और समस्याओं का समाधान।
- मानसिक शांति और संतुलन प्राप्त करने के लिए मार्गदर्शन।
- आध्यात्मिक मार्गदर्शन और व्यक्तिगत विकास के लिए उचित शिक्षाएँ।
- वैदिक ज्ञान के माध्यम से जीवन को सही दिशा में अग्रसर करना।