Course Duration
10 घंटे
Videos
प्रत्येक सत्र की अवधि: 2 घंटे
No. Of Sessions
5 सत्र
Sessions per week
5
Language
Hindi
Eligibility
गुरु सेवा समिति के दिशा-निर्देशों के अनुसार, इस्कॉन शिष्यत्त्व पाठ्यक्रम में शामिल होने के लिए छात्रों को प्रतिदिन कम से कम 16 राउंड हरे कृष्ण महा-मंत्र का जाप करना होगा और चार नियामक सिद्धांतों का पालन करना होगा।
Schedule of Classes
Starts on
-
Regular classes on सोमवार से शुक्रवार
About the Teacher
Yashodakirti Devi Dasi
About the Teacher
डॉ. यशोदाकीर्ति देवी दासी (डॉ. नेहा वाघ) हिंदी और मराठी दोनों भाषाओं में कविता, लेख, शोधपत्र और अन्य साहित्यिक सृजन में सक्रिय हैं।
देवी अहिल्या विश्वविद्यालय, इंदौर ने उन्हें हिंदी साहित्य में शोध के लिए Ph.D. की डिग्री प्रदान की है।
उन्होंने कई साहित्यिक रचनाओं का सूत्रसंचालन और लेखन किया है।
वह 2009 से इस्कॉन की सदस्य हैं।
उनसे कई सवालों के जवाब प्राप्त करके, मंदिर में ऐसी सुविधाएं दी गई हैं, जिससे उन्हें श्रील प्रभुपाद की ग्रंथ, उपदेश, सेवाभाव, उद्देश्य आदि से प्रेरणा मिली और उनके जीवन में एक नया मोड़ आया।
वर्तमान में, वह 'न्यू वैदिक कल्चरल सेंटर इस्कॉन पुणे' और 'इस्कॉन भागवत महाविद्यालय गोवर्धन' के लिए सेवा कर रही हैं और उन्होंने इस क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य किया है।
Course Overview
इस्कॉन शिष्य पाठ्यक्रम
पाठ्यक्रम विवरण:
इस पाठ्यक्रम का उद्देश्य गुरु तत्त्व और गुरु पादाश्रय के महत्व को समझाना है। यह पाठ्यक्रम गुरुसेवा मंडल के निर्देशानुसार विकसित किया गया है, जिसमें इस्कॉन के अग्रगण्य प्राक्षिको का बहुमूल्य योगदान है। यह पाठ्यक्रम श्रीला प्रभुपाद की शिक्षाओं और इस्कॉन के संप्रदाय नियमावली पर आधारित है, जिसका मूल संदर्भ गौड़ीय वैष्णव सम्प्रदाय की शिक्षाएँ हैं।
यह पाठ्यक्रम उन नवपरिचित भक्तों के लिए है जो इस्कॉन में दीक्षा लेने की इच्छा रखते हैं, साथ ही इसे इस्कॉन के अग्रगण्य प्रचारक, सलाहकार, और प्रक्षिकों के लिए भी शिफारिश की गई है।
पाठ्यक्रम सामग्री:
इस्कॉन शिष्यत्त्व पाठ्यक्रम हस्तपुस्तिका
लक्षित दर्शक:
पहली या दूसरी दीक्षा के लिए इच्छुक भक्त
मूल्यांकन योजना:
ऑनलाइन परीक्षा
पाठ्यक्रम आवश्यकताएँ:
1. गुरु सेवा समिति के दिशा-निर्देशों के अनुसार, इस्कॉन शिष्यत्त्व पाठ्यक्रम में शामिल होने के लिए छात्रों को प्रतिदिन कम से कम 16 राउंड हरे कृष्ण महा-मंत्र का जाप करना होगा और चार नियामक सिद्धांतों का पालन करना होगा।
2. आपको इस्कॉन केंद्र प्राधिकरण द्वारा एक सिफारिश पत्र जमा करना होगा, जिससे आप जुड़े हुए हैं। सिफारिश पत्र का प्रारूप
[यहाँ डाउनलोड करें]
3. हस्ताक्षरित फॉर्म की स्कैन कॉपी
[इस Google फॉर्म]
कृपया ध्यान दें कि आपके प्रवेश की पुष्टि तब तक नहीं की जाएगी जब तक हमें सिफारिश पत्र प्राप्त नहीं हो जाता।
परीक्षा के दौरान पालन की जाने वाली नियमावली-
सभी छात्रों को परीक्षा में शामिल होने से पहले निम्नलिखित आवश्यकताओं पर सहमत होना होगा:
1. परीक्षा ऑनलाइन (क्लाउड मीटिंग्स पर) आयोजित की जाएगी।
2. उत्तर हस्तलिखित होने चाहिए, इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों का उपयोग टाइपिंग के लिए नहीं किया जाएगा।
3. उम्मीदवार के पास क्लाउड मीटिंग्स पर दो उपकरण लाइव होने चाहिए: एक उपकरण उम्मीदवार के उत्तर लिखने की प्रक्रिया को कवर करेगा, जबकि दूसरा उपकरण प्रश्न पत्र देखने के लिए होगा।
4. परीक्षा के तुरंत बाद, उम्मीदवार को अपने उत्तर पत्र की स्कैन कॉपी फ्रंट डिवाइस कैमरे के सामने स्कैन करके निर्धारित समय के भीतर अपलोड करनी होगी।
निष्कर्ष:
इस पाठ्यक्रम के माध्यम से, भक्तों को गुरु तत्त्व और इस्कॉन के मूल सिद्धांतों की गहन समझ प्राप्त होगी, जो उन्हें आध्यात्मिक मार्ग पर आगे बढ़ने में मदद करेगी।