दामोदर लीला

सनातन गोस्वामी की टीका से

By ISKCON BHAGAVATA MAHAVIDYALAYA

Certificate Course

Enroll Now

Course Duration

9 Hours

Videos

90 min / Session

No. Of Sessions

6

Sessions per week

3

Language
Hindi

Eligibility

Anyone 

Schedule of Classes

calendar

Starts on
-

calendar

7:30 PM - 9:00 PM 

Regular classes on

Monday, Wednesday, Friday

About the Teacher

teacher

ISKCON BHAGAVATA MAHAVIDYALAYA

ISKCON Bhagavat Mahavidyalaya aims to provide a facility for its members to study, practice, and disseminate the teachings of Srimad Bhagavatam, along with the writings of the Gaudiya Vaisnava acaryas and the branches of Vedic philosophy, culture, music and science in the context of Srila Prabhupada’s teachings.

ISKCON Bhagavat Mahavidyalaya has been inspired by the service and efforts of His Grace Gopiparanadhana Prabhu and His Holiness Gaur Krishna Gosvami Maharaja. Their dedication toward the study and the dissemination of the teachings of Srimad Bhagavatam is the torchlight guiding us forward to serve this mission.

Course Overview

कोर्स का शीर्षक:
"दामोदर लीला ( सनातन गोस्वामी की टीका )

कोर्स का विवरण:
यह कोर्स श्रीमद्भागवत के दामोदर लीला के विस्तृत विश्लेषण पर आधारित है, जिसे सनातन गोस्वामी की प्रसिद्ध टीका "बृहत् वैष्णव तोषिणी" के माध्यम से प्रस्तुत किया गया है। इसमें भगवान श्रीकृष्ण के बाल्यकाल की लीलाओं को भक्ति, प्रेम और गूढ़ आध्यात्मिक तत्वों के संदर्भ में समझाया जाएगा। विशेष रूप से, कैसे माता यशोदा ने श्रीकृष्ण को उखल से बांधने का प्रयास किया और कैसे यह प्रसंग भक्ति और प्रेम का प्रतीक बन गया, इसका गहराई से अध्ययन किया जाएगा।

कोर्स सामग्री:

  1. श्रीमद्भागवत के दामोदर लीला का परिचय और महत्व।
  2. सनातन गोस्वामी द्वारा रचित टीका "बृहत् वैष्णव तोषिणी" का अध्ययन।
  3. भगवान श्रीकृष्ण की बाल्य शरारतों का विश्लेषण।
  4. माता यशोदा के प्रेम और उनके द्वारा श्रीकृष्ण को उखल से बांधने का प्रयास।
  5. भक्ति और प्रेम के प्रतीक के रूप में दामोदर लीला।
  6. यमलार्जुन वृक्षों का उद्धार और भगवान की कृपा।
  7. भक्तों और भगवान के बीच के प्रेम बंधन की गहन व्याख्या।

लक्ष्य वर्ग:

  1. धार्मिक और आध्यात्मिक छात्र जो श्रीकृष्ण की लीलाओं और श्रीमद्भागवत के गहरे अर्थों को समझना चाहते हैं।
  2. भक्ति मार्ग के अनुयायी और वे जो भक्तियोग की अवधारणा को बेहतर समझना चाहते हैं।
  3. भारतीय पौराणिक कथाओं और दर्शन में रुचि रखने वाले लोग।
  4. वे व्यक्ति जो जीवन में आध्यात्मिक विकास और आंतरिक शांति प्राप्त करना चाहते हैं।

कोर्स की आवश्यकताएँ:

  1. धार्मिक और आध्यात्मिक शिक्षाओं में रुचि।
  2. भारतीय शास्त्रों विशेषकर श्रीमद्भागवत का प्रारंभिक ज्ञान।
  3. भक्ति और प्रेम के प्रति समझ बढ़ाने की जिज्ञासा।
  4. जीवन के गहरे अध्यात्मिक अर्थों को समझने की चाह।

छात्रों के लिए महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश:

  1. नियमित रूप से अध्ययन और ध्यान करें।
  2. दी गई सामग्री को ध्यानपूर्वक और सही समय पर पढ़ें और समझें।
  3. श्रीकृष्ण और उनकी लीलाओं के प्रति श्रद्धा और भक्ति बनाए रखें।
  4. सभी प्रश्नों को खुलकर पूछें और चर्चा में भाग लें।
  5. कोर्स के दौरान निष्कपट भाव और समर्पण के साथ ज्ञानार्जन करें।

छात्र इस कोर्स से क्या लाभ प्राप्त करेंगे?

  1. दामोदर लीला की गहराई से समझ प्राप्त होगी।
  2. भक्ति और प्रेम के सच्चे अर्थों को जानने का अवसर मिलेगा।
  3. जीवन के विभिन्न परिस्थितियों में सकारात्मक दृष्टिकोण अपनाना सीखेंगे।
  4. भागवत की शिक्षाओं को दैनिक जीवन में उतारने की कला सीखेंगे।
  5. अपनी चेतना और मानसिक स्थिति को ऊंचा उठाने का तरीका जानेंगे।

क्यों इस कोर्स को अटेंड करना चाहिए?

  1. यह कोर्स श्रीमद्भागवत और सनातन गोस्वामी की टीका का गहरा और व्यापक अध्ययन प्रदान करता है।
  2. भक्ति मार्ग और भगवान श्रीकृष्ण की लीलाओं की गूढ़ व्याख्या के माध्यम से आध्यात्मिक विकास का रास्ता मिलता है।
  3. यह जीवन में प्रेम, भक्ति और समर्पण के महत्व को स्पष्ट करता है।
  4. कोर्स से प्राप्त ज्ञान को जीवन के हर पहलू में लागू कर व्यक्ति सकारात्मकता और शांति प्राप्त कर सकता है।

हम इस पाठ्यक्रम के माध्यम से छात्रों की कौन-कौन सी समस्याओं का समाधान कर रहे हैं?

  1. जीवन में नकारात्मक परिस्थितियों से निपटने का तरीका।
  2. भगवान और भक्त के प्रेम संबंध को समझने में आने वाली कठिनाइयाँ।
  3. जीवन में भक्ति और योग के मार्ग में अंतर को स्पष्ट करना।
  4. आत्म-जागरण और चेतना के स्तर को ऊंचा उठाने में सहायता।
  5. कृतज्ञता और आत्म-समर्पण की भावना को प्रबल करना।

Frequently Asked Questions